शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए टीकाकरण का उद्घाटन करने के बाद कोरोना महामारी से जंग के बीच दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण की शुरुआत इंदौर के पांच केंद्रों पर सुबह करीब 11 बजे से हो गई है। इंदौर में पहला टीका महाराजा यशवंतराव (एमवाय) अस्पताल में जिला अस्पताल की स्वास्थ्यकर्मी आशा पवार को लगाया गया।

पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण के पश्चात इंदौर के एमवाय अस्पताल में सबसे पहला टीका जिला अस्पताल की आया आशा पवार को लगाया गया । टीका लगाने के बाद जैसे ही वो कक्ष से वह बाहर आई मौके पर मौजूद चिकित्सा विभाग के अफसरों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया इसके पश्चात एमवायएच के ऑडिटोरियम में वह ऑब्जरवेशन कक्ष में बैठी। उन्होंने बताया कि व्यक्ति लगाने के दौरान डाउनलोडर लगा ना पहले डर था उनके और उनके परिवार की सहमति थी सभी चाहते थे क्यों वैक्सीन लगाएं उन्होंने यह आशा जताई इस वैक्सीन से लोगों की जिंदगी राहत भरी होगी और सभी सुरक्षित होंगे उनके पश्चात जिला अस्पताल के शिव शिंदे को दूसरा टीका लगाया गया।

एमवायएच आए डॉक्टरों ने अपने मोबाइल पर आया वैक्सीनेशन का मैसेज दिखाया। इसमें आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ दिलीप आचार्य डॉक्टर बीपी पांडे डॉ अर्चना वर्मा सिविल सर्जन डॉक्टर संतोष वर्मा सहित कई डॉक्टर मौजूद थे। संभाग आयुक्त पवन शर्मा और सांसद शंकर लालवानी भी पहुंचे एमवायएच।अपोलो हॉस्पिटल में सबसे कम उम्र 23 साल की नर्सिंग स्टॉफ की सदस्य स्वस्ति बेहरा को भी टीका लगाया जा रहा है

इंदौर में एमवाय के अलावा राजश्री अपोलो अस्पताल, अरविंदो अस्पताल, बॉम्बे अस्पताल और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) के मॉडल अस्पताल नंदा नगर में टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। सुबह आठ बजे से वैक्सीन पहुंचाने की शुरुआत हुई।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अरण्य से प्रदीप उपाध्याय ने बॉम्बे अस्पताल, पीसी सेठी अस्पताल से राजेश निगम ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाणगंगा से वीके चौरसिया ने अरविंदो अस्पताल, मांगीलाल चूरिया शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से अनिल चुघ ने राजश्री अपोलो अस्पताल तथा मांगीलाल चूरिया केंद्र से सीपी मूंदड़ा ने ईएसआइसी तक वैक्सीन पहुंचाई।
अब इन केंद्रों पर उन सौ स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाएंगे। जिनके पंजीयन हो चुके थे। इन केंद्रों पर 100-100 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए जाएंगे, जिनमें चिकित्सा अधिकारी और वरिष्ठ चिकित्सक भी शामिल हैं।

एक वायल में से दस लोगों को लगाए जा सकेंगे टीके

टीकाकरण केंद्रों पर करीब 11 वायल भेजे गए हैं। एक वायल में से करीब 10 लोगों को टीके लगाए जा सकेंगे। इन वायलों को आइस पैक में रखा गया है ताकि वैक्सीनेशन प्रक्रिया के दौरान वैक्सीन के तापमान को नियंत्रित किया जा सकें। समय-समय पर आइस पैक को बदला भी जाएगा। मालूम हो कि वैक्सीन को दो से 8 डिग्री के तापमान पर रखना जरूरी है।

ऐसी होगी प्रक्रिया

जिन स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण के लिए पंजीयन किया गया है। उन्हें टीकाकरण केंद्रों पर अपने मोबाइल पर आए मैसेज को दिखाना होगा। मैसेज दिखाने के बाद संबंधित व्यक्ति का आधार कार्ड देखा जाएगा। फिर मोबाइल पर ओटीपी आएगा।

ओटीपी आने के बाद टीकाकरण के लिए आए व्यक्ति के तापमान और ऑक्सीजन लेवल की जांच होगी। यदि वह मास्क पहनकर नहीं आया तो उसे मास्क दिया जाएगा। इसके बाद उसे वैक्सीनेशन रूम में टीका लगेगा। टीका लगाने के बाद उसे करीब 30 मिनट तक चिकित्सा टीम की निगरानी में रखा जाएगा। कोई दिक्कत नहीं होने पर उसे रवाना कर दिया जाएगा।

जिला अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी आशा पवार और शिव शिंदे भी पहुंचे एमवायएच में। इन्हें भी वैक्सीन लगाया जाएगा। अपोलो अस्‍पताल में भी टीकाकरण की तैयार‍ियां पूरी कर ली गई हैं